Tag: कुंडली

करवा चौथ 2024 | सुखी वैवाहिक जीवन | जीवनसाथी की भविष्यवाणी

करवा चौथ एक ऐसा पर्व है जिसे भारतीय संस्कृति में वैवाहिक जीवन की सफलता और दीर्घायु के लिए खास महत्व दिया जाता है। इस खास दिन पर महिलाएं अपने पति…

Kundli se kaise jaane, kis umar me hogi aapki shaadi aur kaisa hoga jeevansaathi?

शादी कब होगी इस प्रश्न का उत्तर ज्योतिष की सहायता से आसानी से जाना जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार व्यक्ति के जीवन में होने वाली प्रत्येक घटना का संबंध…

अगर मैं कुंडली मिलाए बिना शादी करूँ तो क्या मेरी शादी सफल होगी?

  आजकल जब कुंडली मिलान जैसी तकनीक सबके लिए उपलब्ध है तो मन में ये प्रश्न भी आना स्वाभाविक है कि अगर मैं कुंडली मिलाए बिना शादी करूँ तो क्या…

Uttarashada Nakshatra

उत्तराषाढ़ा नक्षत्र : सरकारी नौकरियों में मिलता है पहला स्थान   “नक्षत्र ज्योतिष” में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र 21वां स्थान रखता है. उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र का स्वामी सूर्य होता है, सूर्य की…

Ashwini Nakshatra

विलक्षण प्रतिभा के धनी अश्विनी नक्षत्र वाले इन क्षेत्रों में बनाते हैं करियर अश्विनी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में सबसे पहले स्थान पर आता है और अपने प्रथम स्थान के गुण…

Job or Business yoga in kundli

करियर बनाने में अनेकों अवसर हमारे पास होते हैं, लेकिन इसमें भी कई बार हमारे मन में इस बात को लेकर सवाल उठता है की आखिर हमारे लिए क्या सही रहेगा. नौकरी करना या बिजनेस किस को चुना जाए जो भविष्य को सुरक्षा और समृद्धि दे पाए. इन बातों को अगर सही से हम समझ पाएं तो हमारी मेहनत हमें सुखद अनुभव दे सकती है और ये अनुभव हमें  “करियर ज्योतिष” के माध्यम से ही मिल सकता है. नौकरी या बिजनेस के लिए कुंडली के विशेष भाव  “ज्योतिष शास्त्र” के अनुसार जन्म कुंडली में नौकरी और बिजनेस से संबंधित भावों की अगर बात की जाए तो इसमें छठा भाव, सातवां और दसवां भाव अपनी विशेष भूमिका निभाता है. “जन्म कुंडली का छठा भाव” नौकरी के बारे में बताता है और सातवां भाव आपके बिजनेस के बारे में बात करता है और दसवां भाव आपके कर्म करने मेहनत करने की इच्छा शक्ति को दिखाता है. यह तो हुई कुछ मूल रूप से विशेष भावों की बात लेकिन इसके अलावा अपने करियर में से हम किस क्षेत्र में अपना वर्चस्व बना सकते हैं तो उस बार में कुछ प्रश्न भी हमारे मन में उठ खड़े हो सकते हैं. बिजनेस या नौकरी में से किसे अपनाया जाए. बिजनेसऔर नौकरी क्या दोनों चीजों को एक साथ कर सकता हूं? नौकरीछोड़कर बिजनेस में जाया जा सकता है या फिर बिजनेस को छोड़ कर नौकर कर सकता हूं? मुझेनौकरी नहीं मिल रही, क्या मैं व्यापार करूँ ? नौकरीकरू या फैमिली बिज़नेस करुं?  इन सभी बातों को समझना मुश्किल नहीं है क्योंकि वैदिक ज्योतिष गणनाओं के अनुसार आप जान सकते हैं की आपके लिए कौन सा करियर अच्छा रहेगा और आप किस क्षेत्र में सफलता अर्जित कर सकते हैं. अब बात आती है कि हम अपने करियर को कैसे सही दिशा की ओर ले जाएं तो जरुरी है अपनी जन्म कुंडली की सही जांच करने की और उसके हर पहलू को समझने की. आपका करियर केवल छठे भाव, सप्तम भाव दशम भाव में ही निहित नहीं है बल्कि यह आपकी जन्म कुंडली के लग्न भाव से जुड़ा, कुंडली के धन भाव से जुड़ा है आपके लाभ भाव से जुड़ा है आपके द्वादश भाव से और आपकी इनकम से जुड़ा. इसी के साथ आपकी जन्म कुंडली के वर्ग चार्ट का विश्लेषण करना भी जरूरी होता है. करियर और बिजनेस के लिए दशमांश कुंडली, होरा चार्ट, नवांश कुंडली, चतुर्थांश, षडबल, अष्टक वर्ग जैसे चार्ट भी देखने आवश्यक होते हैं. उदाहरण के लिए “जन्म कुंडली” में अगर छठा भाव कमजोर स्थिति में है तो ऎसे में आपके लिए प्रतिस्पर्धा भी मुश्किल होगी और नौकरी हो या बिजनेस दोनों में ही आपको कॉम्पिटिशन का सामना करना होगा. किसी भी सरकारी नौकरी के लिए कॉम्पिटिशन एग्जाम हो या फिर प्राइवेट स्तर पर उच्च पद प्राप्ति के लिए कॉम्पिटिशन हो तो ऎसे में जरूरत होती है की छठा भाव मजबूत हो ताकि आप जीत हासिल कर पाएं. करियर में कैसे पहचानें जॉब योग / बिजनेस योग कुंडली में अगर “कुंडली में जॉब योग” है तो आप के लिए नौकरी ही सबसे बेस्ट ऑप्शन बनती है. कुंडली में अगर द्वितीय भाव, छठे भाव, दशम भाव और एकादश भाव का संबंध बन रहा हो तो यह जॉब योग बनाता है. “नौकरी या फैमिली बिज़नेस” में से कौन सा कार्यक्षेत्र अपनाएं तो इसमें आपके लग्न की स्थिति, सातवं भाव, दशम भाव, आपके निर्णय लेने की क्षमता के साथ ही कुंडली का आठवां भाव भी इसमें अपनी भूमिका दिखाता है.  Read Also :- Finance Problem |  Online report for financial issues “कुंडली में बिजनेस योग” लेकिन अगर कुंडली में बिजनेस योग है और आप इसे अनदेखा करके नौकरी कर रहे हैं तो ऎसे में नौकरी में आप जितनी भी मेहनत करें सफलता मिल पाना बेहद मुश्किल होता है.  दशम भाव मजबूत है और लग्न के साथ संबंध हो तब इसमें बिजनेस योग का निर्माण होता है. दूसरे भाव का संबंध जब सप्तम और दशम से अच्छी शुभ रूप में बनता है तो व्यवसाय योग बनता है. करियर के लिए ज्योतिष उपाय “जन्म कुंडली/Janam…